एकमॆळि
रचयिता कॊंकणी भाषा प्रचार सभॆचॊ पूर्व अध्यक्ष दिवंगत कवि श्री कॆ अनन्त भट्ट(यॆ प्रबन्ध तिरुमलदॆवस्वं उच्चविद्यालयाचॆ १९६७ वर्षाची प्लाटिनम जूबिलि […]
रचयिता कॊंकणी भाषा प्रचार सभॆचॊ पूर्व अध्यक्ष दिवंगत कवि श्री कॆ अनन्त भट्ट(यॆ प्रबन्ध तिरुमलदॆवस्वं उच्चविद्यालयाचॆ १९६७ वर्षाची प्लाटिनम जूबिलि […]
A language prospers and flourishes by constant usage. It is to our credit that we were able to keep alive
कायळॊ काळॊ कॊयलॆय काळॆं दिखतन दॊगॆंय समान वसन्तकालु पावंतना कायळॊय कॊयलॆय वॆगळ वॆगळ।
(This is the text of a paper presented by the founder secretary of Konkani Bhasha Prachar Sabha Padmasri N Purushothama
As on date, the official script of Konkani recognized for awards by Sahitya Academy and approved by the Union and
आजि दीवालीचे शुभपर्व । सकलांकेय शुभाशंसा। कोंकणी भाषा प्रचार सभा तांगेली अंतर्जाल यात्रा आज प्रारंभ करता। कोंकणीचो प्रणय प्रयोग आणि